
आरा : भोजपुर में फर्जी डिग्री कॉलेज चलाने वालों पर मंगलवार को सीबीआई ने छापा मारा. फर्जी मेडिकल कॉलेज खोलकर छात्रों को गुमराह करने को लेकर पटना हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया था. इस मामले में हाईकोर्ट ने सीबीआई को 10 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कर करवाई करने का आदेश दिया था. सीबीआई के डीएसपी एस के जायसवाल के नेतृत्व में आरा के जगदेव नगर में संचालित फर्जी मेडिकल कॉलेज पर छापेमारी की गई.
वर्ष 1990 में आरा के डॉ गया प्रसाद निर्भय ने एक मेडिकल काउंसिल ऑफ पेटेंट मेडिसिन सोसायटी गठित कर बिहार सरकार से मान्यता प्राप्त कर लिया था, जिसमे सोसायटी एक्ट के अंतर्गत डॉ निर्भय ने देश के अलग अलग आठ कॉलेजों को संचालित कर रहा था. उन सभी कॉलेजो में पढ़ाई एलोपैथी, आयुर्वेद और होमियोपैथी की पढ़ाई हो रही थी. मान्यता प्राप्त कॉलेजो में उत्तर प्रदेश, बिहार में आठ कॉलेजों में पढ़ाई के नाम पर करोड़ों रुपये बनाने का आरोप है, लेकिन बाद में पता चला कि छात्रों की डिग्री फर्जी है.
इस मामले में छात्रों ने काफी हंगामा मचाया तथा हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दर्ज किया. हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए उस्तरीय जांच के लिए सीबीआई को सौप दिया. हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि इसे यथाशीघ्र जांच कर सरकार को रिपोर्ट सौंपे और अगर त्वरित कार्रवाई नहीं होती है तो इसे कोर्ट का अवमानना माना जाएगा. इस संदर्भ में मंगलवार को सीबीआई ने जगदेव नगर स्थित कॉलेज पर छापेमारी की. जहां सीबीआई को कई दस्तावेज हाथ लगे हैं. सभी दस्तावेज को सीबीआई अपने साथ ले गई. हालांकि सीबीआई के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.